ब्यावर का इतिहास: ब्यावर जिला दर्शन, Beawar History In Hindi:- 18वीं शताब्दी मे अजमेर- जोधपुर का व्यापारिक मार्ग काफी महवपूर्ण था और इस मार्ग में मेर जनजाति का निवास था, मेर जनजाति लुटपाट के लिए जानी- जाती थी। जिस कारण अजमेर- जोधपुर मार्ग पर लोगों का आवागमन काफी दुसकर हो गया था। 18 वीं शदी में राजस्थान के अधिकास भाग में सुरक्षा का भार अंग्रेजी हुकूमत पर था, इस आवगमन के मार्ग को सुरक्षित करने के लिए जनरल डिक्सन ने एक सैनिक- छावनी की स्थापना की.
छावनी के के बाहर एक बोर्ड लगाया गया जिसके ऊपर लिखा गया Be-Aware ,जब भी कोई राजस्थानी व्यक्ति छावनी के क्षेत्र की तरफ जाकर आता तो अपनी भाषा मे कहता अभी में Beawar (ब्यावर) से होकर आया हु, समय के साथ उस छावनी के पास लोग रहने लगे जिसके परिणामस्वरूप धीरे- धीरे पूरा एक गाव बस गया और इस गाव को ब्यावर कहा जाने लगा। यहाँ पर जनरल डिक्सन के द्वारा छावनी की स्थापना के कारण जनरल- डिक्सन को ब्यावर का स्थापनकर्ता कहा जाता है।
ब्यावर राजस्थान राज्य का एक प्रमुख शहर है जो 2022 तक अजमेर जिले के अंतर्गत आता था परंतु हाल ही में 4 अगस्त 2023 को गहलोत सरकार द्वारा 19 नये जिलों का घाटन किया गया जिसमे ब्यावर को एक नया जिला बनाया गया, ब्यावर आर्थिक और व्यापारिक दृष्टि से राजस्थान का प्रमुख शहर है। ब्यावर की तिलपट्टी विश्वभर मे प्रसिद्ध है। ब्यावर कृषि – उत्पाद और कपड़ों का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र है। ब्यावर शहर की स्थापना 1836ई. में की गई थी
ब्यावर का इतिहास: Beawar History In Hindi
ब्यावर शहर की स्थापना 1836 में कर्नल एलर्फेड डिक्सन द्वारा की गई थी। ब्यावर की नीव कर्नल एलर्फेड डिक्सन द्वारा फरवरी 1836 को अजमेरी गेट पर रखी गई थी। इस शहर के परकोटे का निर्माण अथुन खान, चांग खान से बचाने के लिऐ किया गया था। ब्यावर शब्द का अर्थ है अच्छी कीमत । अहमदाबाद से दिल्ली तक जब रेल्वे लाईन डाली गई तो ब्यावर इसके नजदीक पड़ता था इसलिये यहाँ के स्टेशन का नाम ब्यावर रक्खा गया। जिसके परिणाम स्वरूप ब्यावर का यह स्टेशन के आस- पास का भाग काफी विकसित होने लगा, कुछ समय बाद यह एक नया शहर बन गया जिसे आज हम ब्यावर शहर के नाम से जानते है.
कपड़ा मिल कृष्णा मिल्स, ब्यावर की स्थापना 1889 में हुई थी, जो राजस्थान की पहली कपड़ा मिल थी साथ ही यह राजस्थान की प्रथम सूती वस्त्र मिल है। इसकी स्थापना सेठ दामोदर दास राठी के द्वारा की गई थी। स्थापना के समय द कृष्णा मिल्स लिमिटेड निजी क्षेत्र की मिल थी वर्तमान में यह सहकारी क्षेत्र की मिल है। राजस्थान की पहली सार्वजनिक क्षेत्र की सूती वस्त्र मिल भी ब्यावर में एडवर्ड मिल्स लिमिटेड के नाम से 1906 में स्थापित की गई और यह राजस्थान की दूसरी सूती वस्त्र मिल भी है। ब्यावर में 1979 में श्री सीमेंट की स्थापना की गई थी। राजस्थान में सबसे प्राचीन गिरजाघर ब्यावर में स्थित है।
ब्यावर का इतिहास: संक्षिप्त विवरण
जिले का नाम | ब्यावर |
ब्यावर के उपनाम | नया शहर, परकोटा वाला शहर |
स्थापना वर्ष | 1836ई. |
स्थापक | जार्ज अल्फ्रेड डिक्सन |
क्षेत्रफल | 17 km² |
जनसंख्या | 1,51,152 |
भाषा | हिन्दी और मारवाड़ी |
टेलीफोन कोड: | 01462 |
पिनकोड | 305901 |
परिवहन रजिस्ट्रेसन न. | Rj- 36 |
जिले का गठन | 4 August 2023 |
ब्यावर का इतिहास: ब्यावर का नये जिले के रूप मे गठन
ब्यावर जिले का निर्माण राजस्थान के चार जिलों को तोड़ कर 4 अगस्त 2023 को नया जिला ब्यावर बनाया गया है। अजमेर, पाली, राजसमंद और भीलवाड़ा जिलों की तहसीलें को शामिल करके ब्यावर का गठन किया गया हैं। नवीन गठित जिले ब्यावर में अजमेर से ब्यावर, टॉडगढ, मसूदा, विजयनगर, भीलवाड़ा की बदनोर, पाली की जैतारण और रायपुर तहसीलों को शामिल किया गया है। इसमें कुल 6 उपखंड व 7 तहसीलों को शामिल किया गया है।
ब्यावर जिले का नक्शा: Beawar Map
ब्यावर जिले का नक्शा या Beawar maps यहाँ पर दिया गया है।
ब्यावर जिले में कौन-कौन सी तहसील शामिल है
ब्यावर जिले में कुल 7 तहसीलों को शामिल किया गया है। जो निम्नलिखित है।
1 | ब्यावर |
2 | टाटगढ़ |
3 | मसूड़ा |
4 | बदनोर |
5 | विजयनगर |
6 | जैतारण |
7 | राय पुर |
ब्यावर का इतिहास: ब्यावर जिले के उपखंड
ब्यावर जिले में 6 उपखंडों को शामिल किया गया है। यहाँ पर जिन जिलों से उपखंडों को लिया गया है उनके नाम तथा 6 उपखंडों के नाम दिए गए है।
उपखंडों के नाम | जिन जिलों से उपखंडों को लिया गया |
बदनौर | भीलवाडा |
जैतारण | पाली |
रायपुर | पाली |
ब्यावर | अजमेर |
टाटगढ़ | अजमेर |
मसूदा | अजमेर |
ब्यावर का इतिहास: ब्यावर के प्रमुख पर्यटन स्थल
- सेंदड़ा ब्रिज: यह राजस्थान का सबसे बड़ा ब्रिज है ।
- दादी धाम ब्यावर में है ।
- ब्यावर का श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर ।
- ब्यावर का सुभाष उद्यान जिसे कंपनी गार्डन के नाम से भी जाना जाता है ।
- नीलकंठ महादेव का मंदिर ।
- ब्यावर का आशापुरा माता का मंदिर ।
- डूंगरी माता धाम मंदिर।
- बिराटिया रामदेवजी मंदिर ।
- शूल ब्रेड मेमोरियल चर्च : ब्यावर में स्थित यह चर्च राजस्थान का प्रथम और सबसे प्राचीन चर्च है।
- जैतारण का युद्ध स्थल : यह ब्यावर का नवीन जिले के रूप में गठन होने के उपरांत पाली से ब्यावर में स्थानांतरित हो गया।
ब्यावर का इतिहास: ब्यावर के प्रमुख किले
यहाँ पर ब्यावर जिले में स्थित किलो के नाम दिए गए है।
चांग का किला |
झाक लुलबा किला |
श्याम गढ़ किला |
बौरवा किला |
ब्यावर जिला दर्शन : वर्तमान परिदृश्य
ब्यावर जिला अजमेर संभाग में स्थित है। जिसकी जनसंख्या लगभग 1.5 लाख है। ब्यावर जिले का निर्माण 4 अगस्त 2023 को 3 जिलों अजमेर, पाली और भीलवाडा को तोड़कर किया गया है। भीलवाडा से बदनौर उपखंड लिया गया है, पालि से जैतरण तथा रायपुर उपखंड, अजमेर जिले से ब्यावर, टाटगढ़ और मसूदा। ब्यावर राजस्थान के 7 जिलों के साथ अपनी सीमा साझा करता है ये जिले है – अजमेर, नागौर,जोधपुर ग्रामीण,पालि,राजसमंद,भीलवाडा,केकड़ी। ब्यावर NH 58 पर अरावली पर्वतमाला क्षेत्र में स्थित है। ब्यावर वस्त्र उद्धोग की वजह से प्रसिद्ध है।
ब्यावर का इतिहास: प्रमुख महत्वपूर्ण तथ्य
- ब्यावर से राष्ट्रीय राजमार्ग 58, राष्ट्रीय राजमार्ग 25 और राष्ट्रीय राजमार्ग 158 गुज़रते हैं और ब्यावर को देशभर से जोड़ते हैं।
- ब्यावर की स्थापना कर्नल डिक्सन ने की थी।
- गोरमजी चोटी मध्य अरावली की सबसे ऊंची चोटी यही पर स्थित है।
- ब्यावर अन्तर्राज्य या अंतर्राष्ट्रीय कोई भी सीमा नहीं बनाता है।
- ब्यावर जिला राजस्थान के 7 जिलों से सीमा बनाता है।
- ब्यावर जिला राजसमंद को दो भागों में बाटता है।
- बर दर्रा ब्यावर में है।
- नारायणी सागर बांध ब्यावर में स्थित है।
- जैतारण: ब्यावर का यह क्षेत्र वह क्षेत्र है जहां पर 1544ई. में गिरी सुमेल का युद्ध हुआ था, यह युद्ध मारवाड़ के राज्य मालदेव व शेरशाह सूरी के बीस हुआ इस युद्ध के उपरांत शेरशाह ने कहा ” एक मुट्ठी भर बाजरे के लिए में हिंदुस्तान की बादशाहत खो देता।
- बदनौर शहर ब्यावर जिले में है जिसका प्राचीन नाम बदनापुर है यहाँ पर वर्धनपुर दुर्ग बना हुआ है।
- ब्यावर में होली के अगले दिन बादशाह का मेला लगता है।
- ब्यावर शहर राजस्थान का सर्वाधिक परकोटे वाला शहर है।
अन्य महत्वपूर्ण लिंक
Rajatshan geography Notes | Click |
Rajasthan history notes | Click |
Rajasthan art and culture notes | Click |
Maharana partap history in hindi | Click |
Official Website | Click |
Beawar Important Gk Question answer
यहाँ पर ब्यावर जिले से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न- उत्तर दिए गए है।
ब्यावर कितने जिलों से अपनी सीमा बनाता है?
ब्यावर 7 जिलों से अपनी सीमा बनाता है।
ब्यावर किन जिलों से अपनी सीमा बनाता है?
अजमेर , नागौर, जोधपुर ग्रामीण, पाली, राजसमन्द, भीलवाड़ा, केकड़ी ।
ब्यावर जिले का गठन कब हुआ?
ब्यावर जिले का गठन 4 अगस्त 2023 को गहलोत सरकार के द्वारा किया गया।
ब्यावर जिले में कितनी तहसील है?
7 तहसिले:- ब्यावर में अजमेर, पाली, राजसमंद और भीलवाड़ा जिलों की तहसीलें शामिल की गई हैं। नए जिले ब्यावर में अजमेर से ब्यावर, मसूदा, विजयनगर,टॉडगढ, भीलवाड़ा की बदनोर, पाली की जैतारण और रायपुर तहसीलों को शामिल किया गया है। इसमें 6 उपखंड व 7 तहसील होगी ।
निष्कर्ष:
आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमारी टीम ने नवगठित ब्यावर जिले के बारे में विस्तरत जानकारी साझा की जिसमे ब्यावर का इतिहास: Beawar history in hindi,ब्यावर जिले का क्षेत्रफल,भौगोलिक स्थिति,विधानसभा क्षेत्र, ब्यावर जिले का मानचित्र, Beawa r jila ka Naksha, Beawar jila Map, Beawar district tehsil list, Beawar jila number, Rajasthan ka New Jila।, beawar History in hindi,ब्यावर जिला दर्शन, ब्यावर जिले का गठन आदि कीवर्ड को शामिल किया है हमे आशा है आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आई होगी।
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